अंत सत्य ,बस यही तथ्य है, तुम भी सुनलो सावन। ... अंत सत्य ,बस यही तथ्य है, तुम भी सुनलो सावन। ...
जीवन का सत्य - शून्य से उत्पन्न हो मनुष्य शून्य की गोद में ही समा जाता है। जीवन का सत्य - शून्य से उत्पन्न हो मनुष्य शून्य की गोद में ही समा जाता है।
संघ के पथ पर चलने कबसे उत्सुक थी। संघ के पथ पर चलने कबसे उत्सुक थी।
रेखा एक नियम षड्यंत्र नोकझोंक या प्रतिष्ठा। रेखा एक नियम षड्यंत्र नोकझोंक या प्रतिष्ठा।
जकड़े लोग रीतियों को निभाते हुए अपने फर्जों की इतिश्री करते हैं। जकड़े लोग रीतियों को निभाते हुए अपने फर्जों की इतिश्री करते हैं।
सुबह से शाम तक दिन रथ पे सवार एक ज़िस्त में असंख्य किरदारों से लिपटी औरत की शख़्सियत पे ही य... सुबह से शाम तक दिन रथ पे सवार एक ज़िस्त में असंख्य किरदारों से लिपटी औरत...